महादेव ऐप के नोएडा मॉड्यूल का जल्द खुलेगा राज, मास्टरमाइंड को दुबई से भारत लाने की तैयारी
Noida: छह हजार करोड़ रुपये से अधिक के महादेव ऐप ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर की दुबई में गिरफ्तारी के बाद अब इस केस के नोएडा मॉड्यूल का भी राज खुलेगा। नोएडा में भी महादेव ऐप फ्रॉड में मास्टरमाइंड के रूप में सौरभ का नाम सामने आया था। सौरभ के दुबई से भारत आने के बाद नोएडा पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। सौरभ पर छत्तीसगढ़ से लेकर देश के कई राज्यों में केस दर्ज हैं।
नोएडा सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने फरवरी 2023 में महादेव ऐप गेमिंग फ्रॉड का खुलासा किया था। इस ऐप का एक ऑफिस नोएडा के सेक्टर-108 में चल रहा था। यहां से सैकड़ों लोगों से ठगी की जा रही थी। पुलिस की टीम ने उस वक्त इस अंतर्राष्ट्रीय ठग गिरोह के 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनका कनेक्शन भारत के अलवा अलग-अलग शहरों के अलावा दुबई, सिंगापुर, नेपाल, मलेशिया, हॉन्गकॉन्ग से लेकर कई देशों में था। इस नेटवर्क को दुबई में बैठकर सौरभ चंद्राकर चला रहा था। इस गिरोह का मुख्य नेटवर्क छत्तीसगढ़ में था। अब सौरभ को इंटरपोल ने दुबई में पकड़ लिया है और उसे दस दिन के अंदर भारत लाए जाने की बात की जा रही है। भारत आने के बाद नोएडा पुलिस भी इस मामले में सौरभ से पूछताछ कर सकती है।
महादेव सट्टेबाजी ऐप के मुख्य प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर को जल्द ही भारत लाया जा सकता है। मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के एक मामले में इंटरपोल के वॉरंट के आधार पर हाल ही में दुबई में उसकी गिरफ्तारी की गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जांच एजेंसी ईडी के अनुरोध के बाद यह ऐक्शन लिया गया था।
दुबई में भारतीय कौन्सुलेट के सूत्रों ने बताया कि उन्हें UAE के अधिकारियों से अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। ED का आरोप लगाया है कि महादेव ऐप में उसकी जांच से छत्तीसगढ़ के कई बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों की मिलीभगत सामने आई है। चंद्राकर और अन्य प्रोमोटर रवि उप्पल दोनों ही छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।