ग्रेटर नोएडा में गे-डेंटिग ऐप के जरिए युवक को बुलाकर लूटा, पुलिस ने दो पकड़े

ग्रेटर नोएडा में गे-डेंटिग ऐप के जरिए युवक को बुलाकर लूटा, पुलिस ने दो पकड़े

Greater Noida: ग्रिंडर नाम के गे डेटिंग ऐप के जरिए एक युवक को दादरी एरिया में बुलाकर लूट लिया गया। कैश लूट के बाद उसके अकाउंट से एक लाख रुपये दो अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। धमकी दी गई कि अगर शिकायत की तो परिवार और उसके रिश्तेदारों को उसके गे होने की जानकारी देकर बदनाम कर देंगे।

पुलिस ने घटना के अगले दिन ही इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक पर नौ केस दर्ज हैं। ये लोग इसी तर्ज पर बड़ी संख्या में लोगों को लूट चुके हैं। शर्म की वजह से काफी लोगों ने मामलों में शिकायत नहीं की।

 

आरोपियों की पहचान बिसहाड़ा निवासी विजय उर्फ विज्जी और जिला आजमगढ़ निवासी कुलदीप के रूप में हुई है। आरोपियों ने नामी यूनिवर्सिटी में कुक की नौकरी करने वाले पीड़ित को अपने जाल में फंसाकर वारदात की। आरोपियों को कब्जे से अवैध हथियार व 7 हजार का कैश बरामद हुआ है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित दादरी एरिया की एक यूनिवर्सिटी में कुक है। पीड़ित की गे-डेंटिग एप पर आईडी है। करीब दो माह पहले राहुल नाम के युवक से गे ऐप पर उसकी दोस्ती हो गई।

पुलिस के अनुसार 21 सितंबर को पीड़ित ने दादरी पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने केस दर्ज किया। रविवार को पुलिस ने विजय उर्फ विज्जी और कुलदीप को दादरी-सिकंदराबाद रोड पर बंद पड़े सीएनजी पंप के निकट से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे समलैंगिक ऐप के माध्यम से अलग-अलग आईडी बनाकर लोगों को अपने पास बुलाकर लूटते और डरा धमकाकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं। उन्होंने अपने एक अन्य साथी अरविंद उर्फ अरुण के साथ मिलकर समलैंगिक ऐप पर एक लड़के को फंसाया। उसे राहुल नाम की आईडी के जरिए मिलने के लिए बुलाया था। उसे बाइक पर बैठाकर विजय उर्फ विज्जी चिटहेरा नहर पुलिया के पास गया। वहां से शाहपुर की तरफ नहर वाले रास्ते पर आगे बढ़ने लगे।

रास्ते में कुलदीप और अरुण भी मिल गए। अरुण और कुलदीप ने उसकी जेब से 7000 रुपये निकाल लिए। पीड़ित को धमकाया कि उसके समलैंगिक होने की बात घरवालों और रिश्तेदारों को बता देंगे। ये बात छिपानी है तो बैंक खाते में जितने रुपये हैं, ट्रांसफर करो। उसके अकाउंट से एक लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराए। फरार अरविंद उर्फ अरुण की तलाश के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। आरोपी विजय पर 9 केस दर्ज हैं। ये लोग लंबे समय से इसी तरह ब्लैकमेल कर लोगों को ठग रहे हैं।

अडिशनल डीसीपी ग्रेनो अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी गे-डेटिंग एप अलग अलग आईडी से लोगों को फंसा कर डरा धमका अश्लील विडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं। इसकी एवज में कैश की मांग करते हैं और खातों में रुपये ट्रांसफर कराते हैं। दो युवकों को अरेस्ट कर लिया गया है। तीसरे आरोपी को जल्द अरेस्ट कर लिया जाएगा। इनके कब्जे से 7 हजार का कैश व अवैध हथियार बरामद किया गया है।