1984 से गौतमबुद्ध नगर में कांग्रेस ने नहीं चखा जीत का स्वाद, देखना है इस बार के नतीजे

1984 से गौतमबुद्ध नगर में कांग्रेस ने नहीं चखा जीत का स्वाद, देखना है इस बार के नतीजे

Noida: गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट 2009 से अस्तित्व में आई हैं। इससे पहले यह जिला खुर्जा लोकसभा क्षेत्र में आता था। तब इस लोकसभा में दादरी, सिकंदराबाद, जेवर, डिबाई और खुर्जा विधानसभा क्षेत्र आते थे। जब गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट बनी तो डिबाई पूरी तरह से बुलंदशहर में चला गया। ऐसे में दादरी, सिकंदराबाद, जेवर और खुर्जा के बाद नोएडा में नई विधानसभा सीट का गठन हुआ। लेकिन 2009 से पहले भी यहां के लोकसभा चुनाव का इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। 1984 वह साल है, जब आखिरी बार कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद से लगातार पार्टी को यहां से निराशा झेलनी पड़ी है। नोएडा जैसी व्यवसायिक सिटी वाले इस लोकसभा क्षेत्र में एक बार फिर माहौल गरमाया हुआ है।

साल 1952 में सबसे पहले कन्हैया लाल वाल्मीकि खुर्जा से सांसद बने। वह साल 1957 और 1962 में भी लोकसभा चुनाव जीते। 1967 में पहली बार इस सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के रामचरण चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 1971 में कांग्रेस के हरिसिंह वाल्मीकि ने यह चुनाव जीता। वर्ष 1975 में आपातकाल के बाद जब कांग्रेस के खिलाफ लहर थी, तब जनता पार्टी के मोहन लाल पिप्पल सांसद बने। हालांकि, 1980 में कांग्रेस लहर के बावजूद इस सीट से चौधरी चरण सिंह की पार्टी से त्रिलोक चंद चुनाव जीते। साल 1984 के चुनावों में कांग्रेस का दबदबा देश भर में कायम था, तब कांग्रेस के वीरसेन चुनाव जीते और राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में पहली बार शामिल हुए।

इस क्षेत्र को तब केंद्रीय मंत्रिपरिषद में पहली बार जगह मिली थी। वर्ष 1984 के बाद 35 साल से कांग्रेस की यहां कभी वापसी नहीं हुई। 1989 के चुनाव में जनता दल के टिकट पर भगवान दास राठौर और 1991 में रोशन लाल चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 1996 में जब अटल युग की वापसी हुई तब बीजेपी से अशोक प्रधान जीते। वह 1998,1999, 2004 में भी चुनाव जीते।

  

गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट राजनीतिक रूप से मिलीजुली सीट है। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में हुए कड़े मुकाबले में बीएसपी से सुरेंद्र नागर जीते थे। तब डॉ. महेश शर्मा ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह लगभग 15 हजार वोट से चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2012 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में नोएडा विधानसभा से पहली बार डॉ. महेश शर्मा बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते। 2012 में दादरी से सतवीर गुर्जर और जेवर से वेदराम भाटी बीएसपी के टिकट पर जीते।

सिकंदराबाद सीट पर बीजेपी बरकरार रही, मगर खुर्जा सीट से कांग्रेस के बंसी पहाड़िया जीते। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी काबिज हो गई। बीजेपी के डॉ. महेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र भाटी को भारी अंतर से हराया। तब बीएसपी के सतीश अवाना तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस के प्रत्याशी प्रफेसर रमेश चंद तोमर मतदान से कुछ दिन पहले चुनाव मैदान से हट गए।