12 लाख रुपए से अधिक का बिल बकाया होने पर वैदपुरा कॉलेज का कटा विद्युत कनेक्शन

12 लाख रुपए से अधिक का बिल बकाया होने पर वैदपुरा कॉलेज का कटा विद्युत कनेक्शन

 *पिछले कई वर्षों से नहीं जमा कराया गया विद्युत बिल।* 

 *भीषण गर्मी में कॉलेज का कनेक्शन काटना छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़, कराई जाए जांच।* 

 *कॉलेज का विद्युत कनेक्शन जुड़वाने के तत्काल पारित किए जाएं आदेश।* 

-कर्मवीर नागर प्रमुख 

Greater Noida: जहां एक तरफ राजनेता और अधिकारी विभिन्न आयोजनों में छात्रों को देश का भविष्य और कर्णधार बताते नहीं थकते वहीं दूसरी तरफ जनपद गौतम बुद्ध नगर के वैदपुरा गांव स्थित श्री संत विनोबा भावे इंटर कॉलेज के छात्रों को भीषण गर्मी में बगैर पंखे व कूलर पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जिसकी वजह से आए दिन बच्चे भीषण गर्मी में चक्कर खाकर गिर रहे हैं और बीमार हो रहे हैं। श्री राजेश पायलट की जन्मस्थली वैदपुरा में स्थित यह वही स्कूल है जिसके प्रधानाचार्य पद को दादरी के वर्तमान विधायक भी सुशोभित कर चुके हैं। बताया जाता है कि इनके समय में इस कॉलेज ने खूब तरक्की की थी। लेकिन अब न जाने क्या कारण रहे जो इस शिक्षण संस्था पर विद्युत बिल भुगतान करने के लिए भी धनराशि नहीं है। जानकारी में आया है कि विद्युत आपूर्ति करने वाली कंपनी एनपीसीएल का इस कॉलेज पर लगभग 12 लाख 50 हजार रुपए का विद्युत बिल बकाया होने की वजह से विद्युत कनेक्शन काट दिया गया है। पता चला है कि पिछले कई वर्षों से कॉलेज का विद्युत बिल भुगतान न किए जाने की वजह से इतनी बड़ी धनराशि का बिल बकाया है। 

  जानकारी में यह भी आया है कि वैदपुरा स्थित इस कॉलेज में हाल ही में नए प्रधानाचार्य ने पदभार ग्रहण किया है तो ऐसे में विद्युत कनेक्शन कटने के पीछे कोई आपसी राजनीति या खींचतान तो नहीं। अगर इस पर सरसरी नजर डालें तो इस बात से भी कतई इनकार नहीं किया जा सकता कि कहीं ना कहीं इसके पीछे प्रधानाचार्य पद की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चल रही आपसी खींचतान और गुटबाजी रही हो ताकि पदभार ग्रहण करने वाले नए प्रधानाचार्य को अभिभावकों एवं छात्रों का विरोध झेलने के लिए मजबूर होना पडे। क्योंकि पता चला है कि जिस वीरेंद्र सिंह नामक वरिष्ठतम अध्यापक के प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति न होने देने के लिए एक गुट विशेष द्वारा षड्यंत्र के तहत तमाम तरह की अडचनें पैदा की जा रही थी अब माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर उन्हीं वीरेंद्र सिंह ने वैदपुरा कॉलेज के प्रधानाचार्य पद का चार्ज संभाल लिया है। इसलिए नए प्रधानाचार्य के पदभार ग्रहण करते ही एनपीसीएल द्वारा विद्युत कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने पीछे कोई विशेष षड्यंत्र होने का संदेह पैदा होना स्वाभाविक नजर आता है ? जबकि वर्षों से उस एनपीसीएल नामक प्राइवेट कंपनी द्वारा श्री संत विनोबा भावे कॉलेज वैदपुरा का विद्युत बिल भुगतान न होने के बाद भी कनेक्शन नहीं काटा गया था जोकि आमतौर पर एक माह का बकाया होने पर ही उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट देते हैं। जो कि जांच का गंभीर विषय है।

        बहरहाल विद्युत कनेक्शन डिस्कनेक्ट होने के पीछे जो भी कारण रहा हो लेकिन आखिरकार इसका दंश तो उन मासूम छात्र-छात्राओं को झेलना पड़ रहा है जिनका भीषण गर्मी से हाल बेहाल है। ऐसे में शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारियों की नजर अभी तक इस गंभीर समस्या पर न जाना भी समझ से परे का विषय है। जबकि यह मामला अखबारों में भी प्रकाशित हो चुका है। इसलिए शासन, प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अनुरोध है कि बगैर पंखे कूलर भीषण गर्मी में पढ़ने के लिए मजबूर छात्रों को राहत देने के लिए तत्काल विद्युत कनेक्शन जुड़वाने हेतु आदेश पारित किए जाने चाहिए क्योंकि ऐसी भीषण गर्मी में सरकार द्वारा एडिड शिक्षण संस्था का विद्युत कनेक्शन काटा जाना सीधे-सीधे छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ ही नहीं बल्कि एक बड़ा अपराध है।